राम राम सारे भाई यों और बहेनो को आज़ हम आपके लोए लेकर आए है BARISH SHAYARI IN HINDI जो बहुत ही अच्छी है। आज़ कल बारिश का मौसम BARISH से चल रहा है।
ऐसे मौसम में हमें अच्छी शायरी ढूंढ़ कर status रखना चाहते है।
मगर हमें अच्छी शायरी ही नहीं मिलतो इसके लिए हम आपके लिए लेकर आये है। सबसे अच्छी शायरी जैसे पहली बारिश शायरी, ब्यूटीफुल बारिश शायरी, Barish Shayari 2 Line, Barish shayari on life यह बहुत अच्छी शायरी या है। आप एक बार पढ़ोगे तो आपका दिल और दिमाग़ अच्छा हो जाये गा।
BARISH SHAYARI IN HINDI

कागज़ की कश्ती लेकर, बचपन याद आ गया,
बारिश के पानी में, फिर से मन बहल गया।
सावन की ये बारिश, प्यार बरसाती है,
हर उदासी को दूर, खुशियाँ ले आती है।
बादलों की हलचल ने कुछ यादें जगा दीं,
तेरी हँसी की गूँज फिर से हवा में सजा दी।

ठंडी हवा के झोंके, बारिश की फुहारें,
कैसे रोकें खुद को, जब यादें पुकारें।
सुना है बारिश में दुआ क़बूल होती है,
अगर हो इजाज़त तो तुम्हें मांग लूँ?
बरसात की रातों में हैं कहानियों की बहार,
दिल के सवालों का है जवाब, बरसा हैं इन बारिशों में प्यार।

बरस जा ओ बारिश, दिल के अरमान पूरे कर दे,
दुखों की धूल धो दे, सुखों की बौछार कर दे।
मिट्टी की खुशबू, हवा में घूम जाती है,
बारिश के महक से, आत्मा झूम जाती है।
बारिश में तुम्हारा साथ चाहता हूँ मैं,
तुम्हारे हाथों में अपना हाथ देना चाहता हूँ मैं।
कभी ख़ुशी कभी गम,
कभी विस्की कभी रम,
ये हैं मॉडर्न बारिश की सरगम।
पहली बारिश शायरी

बूंदें कह रही हैं कुछ राज़ पुराने,
बारिश में भीगे हैं जज़्बात हमारे।
वो जब भीगते बालों से मुस्कराती है,
बारिश भी उसके आगे फीकी सी लगती है।
सावन की बूँदें जब ज़मीन से मिलती हैं,
तेरी यादें मेरी रूह तक भीग जाती हैं।

बारिश की हर एक बूँद में तेरा ही नाम है,
तू साथ नहीं फिर भी हर मौसम खास है।
ख्वाबों मे आई थी वो सावन की तरह,
भीग कर जागे तो सिर्फ तन्हा थे हम।
कुछ कहानियाँ भीग जाती हैं बेमौसम बारिश में,
जैसे तेरा नाम हर बारसात में याद आता है।

काँच की तरह चुभते हैं बारिश के मौसम,
जब कोई अपना साथ छोड़ देता है।
तेरी बातों की नमी है इन हवाओं में,
हर बूँद तेरी मौजूदगी का एहसास दिलाती है।
बोलती हैं बूँदें आज कुछ खास,
लगता है फिर से आई है तेरी यादों की बौछार।
वो बारिश जो बादलों से टकरा के गिरी थी,
मेरे दिल की दीवारों को भी भिगो गई थी।
ब्यूटीफुल बारिश शायरी

बारिश से ज़्यादा तासीर है तेरी यादों मे,
अक्सर बंद कमरे मे भी भीग जाते हैं।
कहीं फिसल न जाऊं तेरे ख्यालों में चलते चलते,
अपनी यादों को रोको मेरे शहर में बारिश हो रही है।
कहीं फिसल न जाओ जरा संभल के चलने का,
मौसम बारिश का भी है और मोहब्बत का भी।

उस ने बारिश में भी खिड़की खोल के देखा नहीं।
भीगने वालो को क्या क्या परेशानी हुई।
वो बारिश की ही तो पहली याद थी ,
जो तुम्हारा कहा मुझे कुछ सुनाने आयी थी।
हवा भी रूक जाती है कहने को कुछ तराने,
बारिश की बूंदे भी उसे छूने को करती है बहाने।

तेरे प्रेम की बारिश हो,मैं जलमगन हो जाऊं,
तुम घटा बन चली आओ,मैं बादल बन जाऊं।
किया न करो मुझसे इश्क़ की बाते,
बिन बारिश के ही भीग जाती हैं राते।
पता था मुझे बारिश होंगी,
बादलो को दुख जो सुनाया था मैंने।
कहीं फिसल न जाओ जरा संभल के चलना,
मौसम बारिस का भी है और मोहब्बत का भी।
Barish Shayari 2 Line

बारिश से मोहब्बत मुझे कुछ इस कदर है,
वो बरश्ता उधर है,
और मेरा दिल धड़कता इधर है।
गुजारिश करता हूं कि उससे अकेले में मुलाकात हो,
ख्वाहिश ए दिल है जब भी हो बरसात हो।
बारिश की बूंदे आज मेरे चेहरे को छू गई,
लगता है शायद आसमा को जमी मिल गई।

मौसम-ए-इश्क़ है तू एक कहानी बन के आ,
मेरे रूह को भिगो दें जो तू वो पानी बन के आ।
बारिश की बूंदे आज मेरे चेहरे को छू गई,
लगता है शायद आसमा को जमी मिल गई।
कल रात मैंने सारे ग़म आसमान को सुना दिए,
आज मैं चुप हूँ और आसमान बरस रहा है।

ग़म-ए-बारिशे इसीलिए नहीं कि तुम चले गए,
बल्कि इसलिए कि हम ख़ुद को भूल गए।
कितना कुछ धुल गया आज इस बारिश में,
हाँ तुम्हारी यादों के पन्ने भी धुल गए इस बारिश में।
इस (बारिश) के मौसम में अजीब सी कशिश है,
ना चाहते हुए भी कोई “शिदत” से याद आता है।
कहीं फिसल न जाऊं तेरे खयालों में चलते चलते
अपनी यादों को रोको मेरे शेहेर में बारिश हो रही।
Barish shayari on life

मेरी हर दुआ में तेरा नाम है,
और हर बारिश में तेरा पैगाम है।
बारिश भी कहती है अब बस,
तुझसे मिलने को दिल करता है हर पल।
तेरे साथ बरसना ही तो चाहा था,
हर बूँद में बस तुझे पाया था।

जब तू बरसात में भीगती है,
मोहब्बत मेरी और गहराती है।
बारिश के साथ तेरा नाम जुड़ा है,
इश्क़ का हर लम्हा तुझसे जुड़ा है।
इस बरसात में तेरा साथ मिल जाए,
तो हर मौसम अपना सा लगने लगे।

तू भीगे तो जैसे बारिश सज जाए,
और ये दिल तुझमें ही खो जाए।
जब तू बारिश में लिपटी नजर आती है,
रूह तक भीग जाती है।
पहली बारिश की पहली बूँद तू हो,
जो दिल पर सबसे पहले गिरी।
इन बूँदों में तेरा नाम बसा है,
मेरा हर ख्वाब अब तुझसे जुड़ा है।
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